Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Options
Wiki Article
डर का सामना करने के लिए कभी भी कोई बहुत खतरनाक काम न करें। अपने डर को चुनौती देते समय सुनिश्चित करें कि आपने सुरक्षा को पहले ध्यान में रखा है।
Welcome to Hindirocks.com, your final spot for all the things associated with Hindi songs and enjoyment! We're passionate about marketing and celebrating the prosperous cultural heritage of Hindi audio and its impact on well-liked society.
वो आदमी इन तरीको से पैसा कमाकर भले ही अपने आप को खुश दिखाने की कोशिश कर रहा हो, पर हकीक़त ये है की वो खुद को ही धोखा दे रहा होता है.
लोगों के साथ अच्छे सम्बन्ध रहेंगे और कुछ अच्छे दोस्त होंगे तो आपके मन में हमेशा ये बात रहेगी की आपका साथ देने वाले भी कई लोग हैं.
क्योंकि वो खुश नहीं होता और उसकी अंदरूनी ख़ुशी गुम हो चुकी होती है. उसका दिल हमेशा उसे इस बात का अहसास करवाता रहता है की उसने बहुत गलत काम किये हैं.
उसने तो सदा बस उलटे सीधे ही काम किये हैं. इस प्रकार की सोच उसके मष्तिष्क में एक तरह का भय पैदा करती है की अब आगे जब कोई संकट आएगा तो भगवान् भी मेरी मदद नहीं करेंगे. धीरे धीरे ये डर गहरा होता चला जाता click here है.
जब हमें डर लगता हैं वास्तव में उसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता हैं मन के डर को कैसे दूर भगाएं?
सभी इंसानों में उनके विचार, निर्णय और आदतें छ: मानवीय जरूरतों से प्रभावित रहतीं है। हममें से बहुतों के लिए निश्चित चीजों का होना एक जरूरत है। जब कभी हमारे साथ ऐसा कुछ होने लग जाता है जिसके विषय में हमने कभी सोचा नहीं तो हमें डर लगने लगता है, कुछ अनिश्चित होने का डर ही हमें हमारे कंफर्ट जोन से बाहर निकलने नहीं देता। जिससे हम कभी अपने डर के आगे देख ही नहीं पाते और एक ही जगह फंसे रहते हैं।
ध्यान रखिये यहाँ कोई किसी का सगा नहीं होता, किसी पर किसी का हक नहीं होता. बस ये सब तो हमें ज़िन्दगी जीने के लिए खुद पैंतरे बनाये हैं.
फेसबुक गूगल विकीहाउ अकाउंट अकाउंट नहीं है ? अकाउंट बनाऐं
डरना कोई बीमारी, अभिशाप या मानसिक रोग नहीं हैं, यकीनन जिस तरह आज लोग डर के विषय में अपनी अवधारणाएं बनाए हैं यदि कोई व्यक्ति बहुत जल्दी डर जाता है तो उसे कमजोर निर्बल जैसी भावनाओं से देखा जाता है मगर वास्तव में डर लगना हमारे लिए फायदेमंद और जरूरी होता है
ऐसा करने से ही आपका आत्मविश्वास बढेगा और आप अपने अंदर के डर को धीरे धीरे दूर कर पाएंगे.
जब हम किसी विपरीत परिस्थिति में फंस होते हैं या डर लगने वाली स्थिति होती है तो मन तरह-तरह के बहाने बनाने लगता हैं – मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है? मेरे पास ये नहीं है, वो नहीं हैं, मैं तो अकेला हूं!
आपने जाना कि आपका डर तर्कसंगत नहीं है, यानि उससे डरने का असल में कोई मतलब नहीं है।